Powered By Blogger

Friday 28 July 2023

हमसाय. --- प्रभात यादव

तू मेरा हमसाया बन, मैं तेरा हमसाया हो जाऊ।

 तू मेरी सारी खुशियां ले, तेरे सारे गम मैं ले जाउ।

 तू मेरे अपनों को अपना, मैं तेरे अपनों का हो जाउ।

 घोड़ी चढ़ के मैं आउ, डोली में बीठा कर ले जाउ,

 तू एक जन्म का वादा दे, मैं सात जन्म का हो जाउ।

तू मेरा हमसाया बन, मैं तेरा हमसाया हो जाऊ।


____प्रभात यादव___


1 comment: